आखर री औकात, पृष्ठ- 35

नितूका मिलै
-थारो नांव कांई सा ?
नितूकै पूछै
०००

घरां फकीरी
दिनूंगै-सिंझ्यां जागै
शाही मंसूबा
०००

पाछो नीं पूग्यो
मिनख नै डस’र
सांप मरग्यो
०००

बरसै आभो
समंद करै भेळो
धरती भोळी
०००

राम नीं लाधै
रोजीना बाळां तो ई
रावण जीवै
०००

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