आखर री औकात, पृष्ठ- 30

रीत रायता
सांस भलांई खूटै
राखणो नाक
०००

हां, बै मरग्या
सोग सभा’र मून
-सनीमा चालां ?
०००

आधो है खाली
देखण-गत जुदो
आधो है भर्‌यो
०००

सांच सोधबा
गळी गळी भटकै
कूड़ रो घर
०००

पूंछ हिलायां
जे रोटी मिलै अठै
म्हनै नीं जरै
०००

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